0 सत्ता के जाते ही कार्यकर्ताओं का टोंटा
सुरेश श्रीवास्तव, कवर्धा
कवर्धा। केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा 146 सांसदों के निलंबन सहित विभिन्न मांगो को लेकर जिला कांग्रेस ने शुक्रवार को कांग्रेस कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद नगर पालिका जाकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ नहीं जुट पाई। सत्ता के जाते ही कांग्रेस कार्यकर्ता भी चले गए और कार्यक्रम में गिनती के कार्यकर्ता ही देखे गए।
धरना प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए कांग्रेस व विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित कर दिया है। जबकि वे संसद में जनता की आवाज की भूमिका निभाते हैं और प्रश्न पूछते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। वे सांसदों को निलंबित कर अपनी मनमानी और तानाशाही रवैए के साथ देश चलाना चाहते हैं। देश की जनता सब देख रही है और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सभी कार्यकर्ता अभी से जुट जाएं। एक अन्य वक्ता ने कहा कि छग में कांग्रेस की भूपेश सरकार के रहते कभी कोई किसान ने आत्महत्या नहीं की क्योंकि कर्जमाफी के चलते किसान मालामाल हो रहे थे और बहुत खुश थे। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही कर्ज से दबे नारायणपुर के एक किसान ने आत्महत्या कर ली। भाजपा की सरकार किसान विरोधी है। उसे किसानों के सुख दुख से कोई लेना देना नहीं है। वहीं चुनाव के समय गांव गांव में जाकर विजय शर्मा ने किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ होने की बात कही थी, जिससे गरीब किसानों ने विश्वास कर भाजपा को वोट दिया। लेकिन सरकार बनने के बाद किसानों के कर्ज माफ की बात से मुकर गए। जबकि विजय शर्मा उप मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्हें तो कर्जमाफ करना होगा, नहीं तो किसानों के साथ कांग्रेस गांव गांव जाकर भाजपा की दोमुंही को उजागर करेगी और लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करेगी। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा बार बार बुलडोजर के नाम पर डराने का कार्य करती है। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है। उनकी सरकार है बुलडोजर चलाने से किसने रोका है। लेकिन नियम विरूद्ध बुलडोजर चला तो हर जगह कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध करने तैयार रहेंगे।