Home अन्य छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लिये गये निर्णयानुसार समूचे छत्तीसगढ़ प्रदेश...

छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लिये गये निर्णयानुसार समूचे छत्तीसगढ़ प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने जा रही

37
0
Spread the love

दुर्ग : छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लिये गये निर्णयानुसार समूचे छत्तीसगढ़ प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने जा रही है। शासन के आदेश के परिपालन में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 नये शिक्षण सत्र से लागू किया जाना है।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा लगातार विश्वविद्यालय के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दे रही हैं। राज्य शासन द्वारा राज्य स्तर पर गठित समितियों ने विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा, कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव एवं सहायक कुलसचिव, डॉ. सुमित अग्रवाल को शामिल किया गया है।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि राज्यशासन के मंशा के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं को विश्वविद्यालय से जुड़े समस्त प्राध्यापकों, सहायक प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों को अवगत कराने हेतु विश्वविद्यालय स्तर, संभाग स्तर, जिला स्तर तथा महाविद्यालय स्तर पर अनेक कार्यशाला एवं सेमीनार ऑनलाईन तथा ऑफलाईन रूप से आयोजित किये जायेंगे। जिससे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से संबंधित किसी भी बिन्दु पर कोई शंका न रहे।

अधिकारियों की बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को छात्रहित में अत्यंत लाभकारी बताते हुए कुलपति, डॉ. पल्टा ने कहा कि इसमें विद्यार्थी को अपने रूचि के अनुसार विषय चयन करने की सुविधा है तथा उसे मूल्यपरक शिक्षा एवं कौशल विकास का भी अवसर प्राप्त होगा। वर्तमान में राज्यशासन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम निर्माण की तैयारी कर रहा है। जिसे केन्द्रीय अध्ययन मंडल में विचार-विमर्श के पश्चात् अनुमोदित किया जायेगा। डॉ. पल्टा के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में यह भी सुविधा है कि यदि कोई विद्यार्थी किसी कारणवश एक वर्ष के पश्चात् अध्ययन बंद कर देता है तो उसे सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा। दो वर्ष के अध्ययन के बाद अध्ययन में व्यवधान आने पर विद्यार्थी को डिप्लोमा प्रमाणपत्र प्राप्त होगा। इसके अलावा स्नातक स्तर पर चार वर्षीय पाठ्यक्रम भी संचालित किया जायेगा। इस पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में शोध कार्य से संबंधित जानकारी प्रदान की जायेगी।
डॉ. पल्टा ने बताया कि राज्यशासन द्वारा गठित विषयवार पाठ्यक्रम निर्माण समितियों में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग से अनेक वरिष्ठ प्राध्यापकों को भी शामिल किया गया है। डॉ. पल्टा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध में वें शीघ्र प्राचार्यों की बैठक लेकर उन्हें जानकारी प्रदान करेंगी।