Home छत्तीसगढ़ शहीद कांग्रेस नेताओं के योगदानों को भुलाया नहीं जा सकताः कुलबीर

शहीद कांग्रेस नेताओं के योगदानों को भुलाया नहीं जा सकताः कुलबीर

61
0
Spread the love

राजनांदगांव। प्रदेश कांग्रेस कांग्रेस कमेटी द्वारा वर्ष 2013 में पूरे छत्तीसगढ़ में परिवर्तन यात्रा निकाली गई थी जिसे आज ही के दिन 25 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी में शीर्ष नेताओं के काफिलें पर नक्सलियों द्वारा अंधधुध फायरिंग से छत्तीसगढ़ के कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की शहादत हो गई थी। प्रदेश कांग्रेस के निर्देशानुसार शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा 25 मई शनिवार को स्थानीय कामठी लाइन स्थित कांग्रेस भवन में संगोष्ठी सभा आयोजित कर झीरम घाटी के शहीद नेताओं के व्यक्तित्व, कृत्तिव तथा प्रदेश के विकास में इनके अमूल्य योगदान को दृष्टिगत करते हुए संगोष्ठी सभा आयोजित कर दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात गायत्री मंदिर चौक स्थित शहीद उदय मुदलियार, शहीद अलानूर भिडंसरा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की।
शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अमित चंद्रवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार, शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में झीरम घाटी में हुए शहीद कांग्रेसी नेताओं की याद करते हुए संगोष्ठी सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान कांग्रेसजनों ने झीरम के वीर शहीद अमर रहे के नारे लगाएं। तत्पश्चात स्व. नंदकुमार पटेल, बस्तर टाइगर स्व. महेन्द्र कर्मा, स्व. उदय मुदलियार, स्व. अलानूर भिंडसरा के तैलचित्र पर कांग्रेसजनों ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
महापौर हेमा देशमुख ने संबोधित करते हुए कहा तत्कालिन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के नेतृत्व में 2013 में परिवर्तन यात्रा निकाली, जिसमें बस्तर में परिवर्तन रैली में वापसी के दौरान झीरम घाटी में वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ला, नेता प्रतिपक्ष बस्तर टाईगर महेन्द्र कर्मा, राजनांदगांव के लोकप्रिय नेता शहीद उदय मुदलियार सहित 32 लोग शहीद हो गए। आज उन शहीद नेताओं को याद कर उनके दिखाएं मार्ग पर चलने का हम कांग्रेसजन संकल्प लेते है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष रमेश राठौर ने दिवंगत नेताओं को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि 25 मई 2013 को परिवर्तन रैली खत्म होने के बाद झीरम घाटी के पास कांग्रेस नेताओं का काफिला पहंुचा उन पर नक्सलियों द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग कर हमारे कई दिग्गज नेताओं की जान ले ली थी। जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, बस्तर टाईगर महेन्द्र कर्मा सहित राजनांदगांव कांग्रेस की शान कहलाने वाले हमारे प्रिय नेता व बस्तर प्रभारी स्व. उदय मुदलियार जी, अलानूर भिंडसरा जी शहीद हो गए। उन सभी नेताओं व सुरक्षाकर्मियों शहीदों को मैं श्रद्धासुमन अर्पित करता हूूं।
शहर जिला अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ में परिवर्तन यात्रा निकाली गई थी जिसमें 25 मई के दिन बस्तर के झीरम घाटी में प्रदेश के तत्कालिन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला जी, बस्तर टाईगर महेन्द्र कर्मा जी, उदय मुदलियार जी, अलानूर भिंडसरा जी सहित 32 लोग इस नक्सली हमले में शहीद हो गए थे, उनकी इस कुर्बानी को कांग्रेस परिवार सदैव स्मरण रखेगा। जिले के लोकप्रिय पूर्व विधायक स्व. उदय मुदलियार जी का असमय जाना कांग्रेस ही नहीं पूरे जिले के लिए एक अपूरर्णीय क्षति है, उनके योगदानों को भुलाया नहीं जा सकता। स्व. उदय भैया कुशल के नेतृत्व को याद करते हुए कहा कि राजनांदगांव के वे एक ऐसे विधायक थे जिन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य एवं मध्य प्रदेश दोनों राज्य की विधानसभा को सुशोभित किया था। इसी प्रकार शहीद अलानूर भिंडसरा ने कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में अपनी सेवा दी। मैं इन्हें अपनी ओर से शत-शत नमन करता हंू। तत्पश्चात गायत्री मंदिर चौक स्थित शहीद स्व. उदय मुदलियार व अलानूर भिंडसरा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि दी गई और कांग्रेसजनों ने स्व. उदय मुदलियार, स्व. अलानूर भिंडसरा अमर रहे के नारे लगाएं।
संगोष्ठी सभा को पूर्व महापौर नरेश डाकलिया, कमलजीत सिंह पिन्टू, रमेश राठौर ने संबोधित किया। उक्त अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री धनेश पाटिला, कुतबुद्दीन सोलंकी, पंकज बांधव, थानेश्वर पाटिला, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष श्रीमती शारदा तिवारी, विकास त्रिपाठी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष माया शर्मा, उत्तर ब्लॉक अध्यक्ष आसिफ अली, दक्षिण ब्लॉक अध्यक्ष सूर्यकांत जैन, मोहिनी सिन्हा, अब्दुल कलाम, फरमान अली, मोहसिन कुरैशी, सुनील पिल्ले, भारत भूषण शर्मा, भोला यादव, जितेश सिमनकर, अतुल शर्मा, मामराज अग्रवाल, एजाजूर रहमान, गोपीचंद गायकवाड़, योगेन्द्र प्रताप सिंह, बबलू कसार, नारायण सोनी, संजय साहू, धर्मेन्द्र साहू, चेतन सिन्हा, शैलेद्र ठावरे, सुरेन्द्र गजभिये, विनोद यादव, विष्णु सिन्हा, जितेन्द्र सिन्हा, छत्रपाल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।