राजनांदगांव
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने पौधरोपण एवं जल संरक्षण के दृष्टिगत उद्योगों की बैठक ली एवं उन्हें दायित्व सौंपा। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि जिले में व्यापक तौर पर पौधरोपण एवं जल संरक्षण के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। जल संरक्षण के लिए जनसहभागिता से मिशन जल रक्षा चलाया गया है। साथ ही पौधरोपण एवं जल संरक्षण के लिए उद्योगों का दायित्व सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में 42 हजार पंप एवं बोरवेल के लगातार चलने से 85 प्रतिशत भू-जल का दोहन कर लिया गया है। जिसके कारण भू-जल स्तर में 18 मीटर की गिरावट आयी है। उद्योग अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए पौधरोपण एवं जल संरक्षण के लिए अपना योगदान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक स्तर पर पोधरोपण एवं जल संरक्षण के लिए अधिक कार्य करना होगा, जिसके परिणाम बाद में दिखाई देंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में सघन तौर पर पौधरोपण करने के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी सघन पोधरोपण करना है। फलदार एवं छायादार पौधे अधिक से अधिक लगाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में पीपल, बरगद एवं नीम का पेड़ अधिक लगाएं। फलदार पौधे लगाने के लिए समूह की महिलाओं को प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि बारिश को ध्यान में रखते हुए 3 जुलाई को सघन पौधरोपण तथा द्वितीय चरण में 17 जुलाई को कर सकते हैं। अब तक इसके लिए 50 हजार गड्ढे खोदे गए हैं। पौधरोपण के साथ ही पौधों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि पौधरोपण करने के बाद उन्हें पानी देने और देखभाल की आवश्यकता होगी। हमारा यह दायित्व है कि हमने समाज से बहुत कुछ लिया है, अब हम समाज को वापस कुछ दें। राष्ट्रीय जल मिशन भारत शासन द्वारा जिला प्रशासन की जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्य मिशन जल रक्षा की प्रशंसा की गई है। जीआईएस पर आधारित मिशन जल रक्षा के तहत जल संरक्षण के लिए व्यापक पैमाने पर कार्य किए जा रहे हैं। मिशन जल रक्षा अंतर्गत वाटर रिचार्ज करने के लिए विभिन्न वाटर स्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है। जल संरक्षण के लिए मिनी परकोलेशन टैंक, चेक डैम, गेबियन स्ट्रक्चर जैसी संरचना का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों से यह कार्य किया जाएगा और जिले के लिए यह एक उपलब्धि होगी। किसानों को फसल चक्र के लिए तथा धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ऐसी फसल जिसमें कम पानी की आवश्यकता होती है, इसके संबंध में जानकारी दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में फसल संगोष्ठी का लगातार आयोजन किया जा रहा है और पौधरोपण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिंदगी में खुशियां लाने का तरीका यह है कि हम समाज में सबके लिए खुशियां लेकर आएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी अच्छा कार्य करें।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि सभी उद्योग जल संरक्षण, पेयजल, स्वच्छता, पौधरोपण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करें। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के लिए कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को कचरा निपटान के लिए स्वच्छता शुल्क देने पर उनके आय में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने जिले में किए जा रहे पौधरोपण एवं अन्य गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर ने एबीस एक्सपोर्ट, कमल फुड्स प्राईवेट लिमिटेड, राजाराम मेज प्रोड्क्टस, सिम्पलेक्स इंजीनियरिंग एण्ड फाउंड्री वक्र्स, खेतान केमिकल्स, नाद नानवूवन प्राईवेट लिमिटेड, सनटेक जियो टेक्सटाईल्स प्राईवेट लिमिटेड, आरबी रूंगटा स्टील्स एण्ड फुड प्रोड्क्टस प्राईवेट लिमिटेड, के्रस्ट स्टील एण्ड पावर लिमिटेड, कमल साल्वेट एक्स्ट्रक्शन, जया स्पेशिलिटी केमिकल्स प्राईवेट लिमिटेड, हीरा स्टील्स लिमिटेड, एलेक्सर कार्बो प्राईवेट लिमिटेड, यूनीवेब्स स्लीपर्स प्राईवेट लिमिटेड, थर्मोकेयर रॉकवुल (आई) प्राईवेट लिमिटेड, रामदेव रिफाईनरी प्राईवेट लिमिटेड, वर्धमान रोप्स प्राईवेट लिमिटेड, जयसवाल निक्को इण्डस्ट्रीज लिमिटेड, अम्बाभवानी फेब इंजीनियरिंग वक्र्स एलसीपी, आदर्श इस्पात उद्योग प्राईवेट लिमिटेड, ओरियेन्ट इस्पात प्राईवेट लिमिटेड एण्ड पीएस स्टील ट्यूब्स प्राईवेट लिमिटेड, पॉलीब्राण्ड रॉक फाईबर प्राईवेट लिमिटेड, विक्रांत रोप्स प्राईवेट लिमिटेड, एमजी रिकलेम्स, ग्रेबटेक फेब्रीक्स एलएलपी, कनक प्लास्टिक इंडस्ट्रीज, एमजी रबर, डेकॉस बायो प्रोडक्टस प्राईवेट लिमिटेड, जैन इंडस्ट्रीयल, सांई प्लास्टिक इंडस्ट्रीज, उद्याचल सेवा संस्थान, वृक्ष गंगा ग्रुप, प्लांट नर्सरी, जिला तिरंदाजी संघ, युगांतर पब्लिक स्कूल, नीरज पब्लिक स्कूल, जेएलएम गायत्री विद्यापीठ, शिला थीजन मेमोरियल स्कूल, एलडीएम ऑफिस, एसकेएस केयर, सनातन धर्म, पीआरएडीएएन, आरकेएचएस स्कूल, नीरज बाजपेयी स्कूल, एनजीओ, सनातन धर्म महासभा, ब्लू बर्ड फांउडेशन को पौधरोपण के लिए दायित्व सौंपा।