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मजदूरों ने अपना मेहनताना दिलाने कलेक्टर से लगाई गुहार, आवेदन लेकर पहुंचे मजदूर

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दुर्ग

कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन में आज 171 आवेदन प्राप्त हुए।

खुर्सीपार निवासी वर्ल्ड पैरा आर्म रेसलिंग चैम्पियनशीप में भाग लेने फंड की मांग की। उक्त चैम्पियनशीप का आयोजन यूरोप में अगस्त माह में होने वाला है। इसके पहले महाराष्ट्र एवं मथुरा में आयोजित नेशनल एंड पैरा आर्म रेसलिंग चैम्पियनशीप में गोल्ड मैडल प्राप्त कर चुकी है। इस वर्ष भी चैम्पियनशीप में भाग लेना चाहती है लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बजट वहन करने में असमर्थ है। चैम्पियनशीप में भाग लेकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करना चाहती है। इस हेतु फंड के लिए आवेदन दिया।

ग्राम कौही निवासी आवेदिका ने शारीरिक एवं मंद बुद्धि के चलते पेंशन राशि हेतु आवेदन दिया। अपने पिता के साथ पहंुची आवेदिका, जो कि शारीरिक एवं मंद बुद्धि से ग्रस्त है। पिता ने बताया कि पेंशन राशि के लिए ग्राम पंचायत कौही आवेदन दिया गया था, किंतु आज दिनांक तक इसका लाभ प्राप्त नही हो पाया है। इस पर दोनों ही प्रकरणों में कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग को नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा।

मजदूरी पैसा दिलाने आवेदन लेकर पहुंचे मजदूरों ने बताया कि ग्राम निपानी मंडी के धान खरीदी केन्द्र सेवा सहकारी समिति मर्यादित उपार्जन केन्द्र में हेमाली का कार्य करते है। समिति के नियम अनुसार सभी मजदूर आपसी सलाह से किसी एक के खाते में मजदूरी का पैसा ट्रांसफर होने के पश्चात अपने-अपने हिस्से के बंटवारे की बात हुई थी। मेहनताना की पहली किश्त प्राप्त होने पर सभी ने अपने-अपने हिस्से का बंटवारा किया, किंतु दूसरी किश्त आने पर पैसे मंगे जाने पर पैसा नही देने की बात करने लगे, जिससे सभी मजदूर बहुत परेशान और दुखी हैं। मजदूर गांव वाले कोर्ट कचहरी नही जानते और न ही इतने पैसे भी नही है। इस पर कलेक्टर ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक को तत्काल परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।

ग्राम परसदा निवासियों ने स्पीड ब्रेकर बनवाने के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि रोड के किनारे स्कूल संचालित होने के कारण बच्चों का आना जाना लगा रहता है। चूंकि किसी प्रकार की गति अवरोधक नही होने के कारण रोड पार करने में स्कूली बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गति अवरोधक नही होने की वजह से दुर्घटना घटने की संभावना बनी रहती है। इस पर कलेक्टर ने संबंधित विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।