भिलाई
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र में, 09 जुलाई 2024 को राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य दिवस-2024 मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एम रविन्द्रनाथ तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ प्रमोद बिनायके और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ कौशलेन्द्र ठाकुर उपस्थित थे। अतिथियों के साथ अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (ओएचएस-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ आर राम भी मंच पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ एम रविन्द्रनाथ ने राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य दिवस-2024 की थीम “बहु हितधारक सहयोग-व्यावसायिक स्वास्थ्य की उन्नति की कुंजी” विषय पर अपने विचार साझा किये। उन्होंने उपस्थित सभी कर्मचारियों को राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनायें देते हुए, राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र की पूरी टीम और इसमें सहयोगी सभी विभागों को निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु बधाई दिया। उन्होंने कहा, कि औद्योगिक क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों के व्यावसायिक स्वास्थ्य को सही रखना एक बड़े पैमाने का और कठिन कार्य है, इसलिए इसे राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च किया गया। जिसमें कई लोगों के सहयोग की आवश्यकता होती है, जो इसके हितधारक कहलाते हैं। इन हितधारकों में सेल-बीएसपी प्रबंधन, स्वयं कर्मचारी, कर्मचारी का परिवार, कॉन्ट्रेक्टर, कार्यक्षेत्र का पर्यावरण, औद्योगिक क्षेत्र के व्यावसायिक स्वास्थ्य से जुड़े डॉक्टर्स की टीम जो विभिन्न स्तरों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से व्यावसायिक स्वास्थ्य की उन्नति को सुनिश्चित करते हैं आदि, शामिल हैं। किसी उद्योग या कार्यक्षेत्र के वातावरण का प्रभाव उनके कर्मचारियों पर और कर्मचारियों के स्वास्थ्य का प्रभाव उद्योग के आउटपुट पर पड़ता है। इसलिए किसी भी उद्योग के विकास और प्रगति के लिए व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र का सशक्त होना आवश्यक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ प्रमोद बिनायके ने व्यावसायिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में उपलब्ध संसाधनों और सुविधाओं का उन्नयन कर उनका उचित उपयोग करें और कर्मचारियों के लिए इससे सम्बन्धित भविष्य की योजना बनाकर उनके स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्ध रहें। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र के सभी कर्मचारियों के मानसिक, शारीरिक और समाजिक स्वास्थ्य के पहलुओं पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने प्रिवेंशन को महत्व बताते हुए नियमित और कांट्रेक्ट कर्मचारियों को कार्यक्षेत्र में उचित विजन एवं हियरिंग सम्बंधित सेफ्टी इक्विपमेंट के उपयोग और नियमित व्यययाम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र द्वारा संसाधनो के उचित उपयोग से अच्छे प्रदर्शन और उनके प्रयासों के लिए एनओएचएस के पूरी टीम की सराहना की एवं राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनायें दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ कौशलेन्द्र ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिन्होंने व्यावसायिक स्वास्थ्य के बारे में प्रथम सोच को जन्म दिया और उस पर कार्य किया, उनके इस कार्य को हमें समय के साथ और भी बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने लाइफ स्टाइल, चिंता आदि की ओर ध्यान अकर्षित करते हुए कहा “प्रिवेंशन इज़ बेटर देन मेडिसिन एंड क्योर”। उन्होंने हेल्थी लाइफस्टाइल का समर्थन करते हुए सभी को व्यावसायिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा व्यावसायिक स्वास्थ्य के जनक बर्नार्डिनो रामाज्जिनी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया गया। बर्नार्डिनो रामाज्जिनी, औद्योगिक/व्यावसायिक स्वास्थ्य अर्थात श्रमिकों के कल्याण हेतु उनके मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के प्रति समाजिक चिंतन की शुरुआत करने वाले प्रथम व्यक्ति थे। अतिथियों के स्वागत के पश्चात अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं ओएचएस प्रभारी (ओएचएस-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ आर राम ने स्वागत भाषण प्रस्तुत कर राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य दिवस को मनाने का उद्देश्य और उसका महत्व बताते हुए कार्यक्रम को गति प्रदान की। इसके पश्चात एमओ (कैसुअल्टी-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ एस के ठाकुर ने ओएचएस गतिविधियों और वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए समबन्धित विषय में सविस्तार जानकारी के साथ आंकड़े साझा किये। इस दौरान उपस्थित अतिथियों द्वारा व्यावसायिक स्वास्थ्य से सम्बन्धित विषय पर आधारित एक पोस्टर का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त एसीएमओ (ओएचएस-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ एस प्रशांत ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया एवं कार्यक्रम का संचालन हेल्थ एजुकेटर सुश्री इंद्रजीत कौर ने किया।