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हमारी संस्कृति में सेवा सबसे बड़ा धर्म

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अहमदाबाद में आयोजित कार्यकर्ता सुवर्ण महोत्सव को वर्चुअली संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं भगवान स्वामी नारायण को नमन करता हूं- आज 103वीं जयंती है। उन्होंने आगे कहा कि जब यूक्रेन में युद्ध बढ़ने लगा तो भारत सरकार ने तुरंत वहां फंसे भारतीयों को निकालने का फैसला किया। इसके बाद बड़ी संख्या में भारतीय पोलैंड पहुंचने लगे। लेकिन चुनौती थी कि उस युद्ध के माहौल में पोलैंड पहुंचे भारतीयों को कैसे अधिक से अधिक मदद पहुंचाई जाए।प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों पूरी दुनिया में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की चर्चा हो रही है। इस दिशा में आपके प्रयास भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। आप भारत के विकास को गति देने वाले कई काम कर सकते हैं, जैसे फिट इंडिया। उन्होंने कहा कि युवा विचारों को नए अवसर देने के लिए जनवरी में ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें हमारे युवा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए अपने विचार देंगे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में सेवा को सबसे बड़ा धर्म माना गया है। सेवा परमो धर्म: – ये सिर्फ शब्द नहीं, ये हमारे जीवन मूल्य हैं। सेवा को श्रद्धा, आस्था और उपासना से भी ऊंचा स्थान दिया गया है।