Home देश प्रयागराज-अयोध्या और काशी महाकुंभ के दौरान रिंग रेल से जुड़े रहेंगे

प्रयागराज-अयोध्या और काशी महाकुंभ के दौरान रिंग रेल से जुड़े रहेंगे

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लखनऊ। प्रयागराज के महाकुंभ में आने वाले साधू संतों,विदेश से आये मेहमानों और श्रद्धालुओं की सुविधा का योगी सरकार पूरा इंतजाम कर रही है। महाकुंभ आने वाले तीर्थ यात्री यदि प्रभु रामलला की जन्म स्थली अयोध्या और बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी का भी भ्रमण करना चाहेंगे तो रेलवे ने इसकी राह सुगम कर दी है। इसके लिये रेलवे इन तीनों तीर्थ स्थलों के लिये रिंग रेल चलाने जा रहा है,जिससे प्रयागराज आये मेहमान, श्रद्धालु काशी और अयोध्या का दर्शन भी करेंगे। रिंग रेल कनेक्टिविटी श्रद्धालुओं की राह आसान करेगी। रिंग रेल के माध्यम से प्रयागराज, बनारस और अयोध्या को जोड़ा जायेगा। यही नहीं इसके अलावा भी श्रद्धालुओं के लिए ट्रेनों की कमी नहीं पड़ने पाए, इसके लिए अतिरिक्त ट्रेनों के रैक भी रखने की तैयारी है। यह बात वाराणसी आये रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से रूबरू होते हुए साझा की। रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ की तैयारी रेलवे तीन साल से कर रहा है। नए वेटिंग एरिया, होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे हैं। ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए दोहरीकरण, प्लेटफार्म विस्तार, यात्री सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान 45 (13 फरवरी से 26 फरवरी) दिन के महाकुंभ के दौरान ओवरआल स्पेशल ट्रेनें 13000 फेरे लगाएंगी। इससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु बेहतर एहसास कर पाएंगे। रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे ने आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाए है। ऑटोमैटिक सिग्नलिंग, यार्ड रीमाडलिंग, प्लेटफार्मों पर अत्याधुनिक उपकरण लगाये गए हैं। रेलवे ने बनारस से 22 ट्रेनें प्रयागराज से कुंभ मेला के लिए चलाने का निर्णय लिया है। वाराणसी कैंट स्टेशन से 34 ट्रेनें अयोध्या समेत बिहार आदि प्रांतों चलेंगी, जिससे श्रद्धालुओं का परेशानी न होने पाए। ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए बनारस और वाराणसी की जिम्मेदारियां बाटी गईं हैं।